अंदर शहर के भीतर स्थित इस बावड़ी को सन् 1454 ई. में संत हजरत मूसा कुआद्दीन ने बनवाया था। एक मस्जिद, जो की उनके ही द्वारा बनवायी गयी थी, तथा उनका मजार आसपास में ही स्थित हैं। इस बावड़ी का पानी अन्य सभी बावड़ियों के पानी में सबसे साफ है, यह इतना साफ है कि अगर एक सिक्का नीचे गिर गया है तो वह ऊपर से भी स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है।