वर्तमान में एक जीर्ण – शीर्ण अवस्था में यह मस्जिद शहर के दक्षिण में धोबिया तालाब के पास स्थित है। एक शिलालेख के अनुसार इसे सन् 1462 ई. में महमूद खिलजी के शासनकाल के दौरान नैब – ए – आरिज, मोहम्मद बिन जैन, के द्वारा बनबाया गया था। मस्जिद के मेहराब असाधारण रूप से सुंदर हैं, जिसे फूलदार व अन्य नक़्क़ाशीदार ज्यामितीय रूपांकनों के साथ सजाया गया है।